Thursday, June 9, 2022

Lord Shiv and Mango tree-

 Lord Shiv and Mango tree- 

When Lord Shiv got separated from Maa Parvati and was in deep pain, Brahma suggested that he should do Tapasya under a Mango Tree.

As taseer of Mango tree is so sweet that wherever the other half of your body is will come for you.


Mango is king of fruit for a reason as it represents exalted Sun- and Lal Kitab says - Sun in 1st house- Tapasvi Raja- Who is Tapasvi Raja? - The reference is about Bhagwan Shiv.


Couples who are separated or natives looking for a second partner should do this remedy of planting Mango tree today or this Sunday. As tree will grow your fame in life will also grow.

People with afflicted Sun or any of the following problems, Natives who suffer from Pit dosh, bad stomach, lack of self-respect and anxiety, Problems from the government.


In Bhrigu Samhita - giving Mango to neighbours is considered a remedy for people who have Sun in the 3rd house as this is the exaltation house of Rahu.


One simple remedy to being done today or Sunday which anyone can do, is to apply sindoor to mango and offer to hanuman ji and pray for your loved one; make sure to bring at least one mango back and consume it. Couples living together can share same prasad.


People with exalted Sun in earthy houses- get mango tree in their house and when you will get this house this means Sun is now ready to give you fruits.


First Method :

कालचक्र अनुसार उपाय :

ग्रह दोष दूर करने में रंगो का उपयोग :

सूर्य का दोष दूर करने के लिए शुक्र का रंग उपयोग करना चाहिए।

चन्द्रमा का दोष दूर करने के लिए वृहस्पति का रंग  yellow Or gold उपयोग करना चाहिए।

मंगल का दोष दूर करने के लिए शनि का रंग ब्लू उपयोग करना चाहिए।

बुध का दोष दूर करने के लिए राहु का रंग काला उपयोग करना चाहिए।

वृहस्पति का दोष दूर करने के लिए चन्द्रमा का रंग सफेद उपयोग करना चाहिए।

शुक्र का दोष दूर करने के लिए सूर्य का रंग saffron उपयोग करना चाहिए।

शनि का दोष दूर करने के लिए मंगल का रंग लाल उपयोग करना चाहिए।

राहु का दोष दूर करने के लिए बुध का रंग हरा उपयोग करना चाहिए।


नोट :

आवश्यक रूप से यह स्मरण रखे है कि इस कालचक्र रंग प्रणाली का उपयोग पर्यावरण में या पूजा पाठ के नियमों के बाहर किया जाता है।
जब आप पूजा करे तो आप अपने पहने हुए रंगों के ग्रह या देवताओं का आह्वान करे ।
2nd Method :
जन्म कुंडली में किसी भी ग्रह का उपाय करने के लिए सबसे पहले देखना होगा की वह ग्रह किस राशि में बैठा हुआ है।
उसके बाद देखे की उस राशि के अधिपति ग्रह का वार क्या है ?
अब उस ग्रह विशेष का उपाय करने के दो मैथड्स होंगे।
पहला मैथड् :
इसमें कालचक्र का उपयोग होगा। इसके अन्तर्गत देखे की उपाय वाला ग्रह जिस राशि में बैठा है , उस राशि अधिपति के वार में उपाय वाले ग्रह का काल अवधि कितने बजे बन रहा है ? 
साथ ही यह भी देखना होगा की संबंधित राशि दिवा बली राशि है अथवा रात्रि बली राशि है। 
क्योंकि यदि दिवा बली राशि होगा तो दिन के किसी समय उस ग्रह विशेष का काल अवधि पड़ेगा।
और यदि रात्रि बली राशि होगा तो रात के किसी समय उस ग्रह विशेष का काल अवधि पड़ेगा।
बस अब राशि अधिपति वार के दिन या रात को उपाय वाले ग्रह के काल अवधि में ही उस ग्रह के उपायों को करना है। इसके फलस्वरूप उस ग्रह विशेष के उपाय का परिणाम अति शीघ्र प्राप्त होगा।
कालचक्र टेबल :
स्मरण रखे की कालचक्र में सूर्योदय सदैव सुबह ०६ बजे ही होगा।
For Sunday :

06 To 07:30 A.M - सूर्य काल
07:30 To 09:00 A.M - मंगल काल
09:00To10:30A.M- वृहस्पति काल
10:30 To 12:00 P.M -  बुध काल
12:00 To 01:30 P.M - शुक्र काल
01:30 To 03:00 P.M -  शनि काल
03:00To 04:30 P.M - चन्द्रमा काल
04:30 To 06:00 P.M -  राहु काल

06 To 07:30 P.M - शुक्र काल
07:30 To 09:00 P.M - शनि काल
09:00To10:30 P.M- चन्द्र काल
10:30 To 12:00 P.M - राहु काल
12:00 To 01:30 A.M - सूर्य काल
01:30 To 03:00 A.M मंगल काल
03:00To 04:30 A.M - बृहस्पति काल
04:30 To 06:00 A.M -  बुध काल

For Monday :

06 To 07:30 A.M - चन्द्रमा काल
07:30 To 09:00 A.M - राहु काल
09:00To10:30A.M- सूर्य काल
10:30 To 12:00 P.M - मंगल काल
12:00 To 01:30 P.M - बृहस्पति काल
01:30 To 03:00 P.M -  बुध काल
03:00To 04:30 P.M - शुक्र काल
04:30 To 06:00 P.M -  शनि काल

06 To 07:30 P.M - बृहस्पति काल
07:30 To 09:00 P.M - बुध काल
09:00To10:30P.M- शुक्र काल
10:30 To 12:00 P.M - शनि काल
12:00 To 01:30 A.M - चन्द्र काल
01:30 To 03:00 A.M - राहु काल 
03:00To 04:30 A.M - सूर्य काल
04:30 To 06:00 A.M -  मंगल काल

For Tuesday :
06 To 07:30 A.M -  मंगल काल
07:30 To 09:00 A.M - वृहस्पति 
9:00To10:30A.M-  बुुध काल
10:30 To 12:00 P.M -  शुक्र काल
12:00 To 01:30 P.M - शनि काल
01:30 To 03:00 P.M -  चन्द्र काल
03:00To 04:30 P.M - राहु काल 
04:30 To 06:00 P.M -  सूर्य काल

06 To 07:30 P.M - शनि काल
07:30 To 09:00 P.M - चन्द्र काल
09:00To10:30 P.M- राहु काल 
10:30 To 12:00 P.M -  सूर्य काल
12:00 To 01:30 A.M - मंगल काल
01:30 To 03:00 A.M -  वृहस्पति
03:00To 04:30 A.M - बुुध काल
04:30 To 06:00 A.M -  शुक्र काल

For Wednesday :

06 To 07:30 A.M - बुुध काल
07:30 To 09:00 A.M - शुक्र काल
09:00To10:30A.M- शनि काल
10:30 To 12:00 P.M -  चन्द्र काल
12:00 To 01:30 P.M - राहु काल 
01:30 To 03:00 P.M -  सूर्य काल
03:00To 04:30 P.M - मंगल काल
04:30 To 06:00 P.M -  वृहस्पति

06 To 07:30 P.M - राहु काल 
07:30 To 09:00 P.M - सूर्य काल
09:00To10:30 P.M- मंगल काल
10:30 To 12:00 P.M -  वृहस्पति
12:00 To 01:30 A.M - बुुध काल
01:30 To 03:00 A.M -  शुक्र काल
03:00To 04:30 A.M - शनि काल
04:30 To 06:00 A.M -  चन्द्र काल

For Thursday :

06 To 07:30 A.M - वृहस्पति
07:30 To 09:00 A.M - बुुध काल
09:00To10:30A.M- शुक्र काल
10:30 To 12:00 P.M -  शनि काल
12:00 To 01:30 P.M - चन्द्र काल
01:30 To 03:00 P.M -  राहु काल 
03:00To 04:30 P.M - सूर्य काल
04:30 To 06:00 P.M -  मंगल काल

06 To 07:30 P.M - चन्द्र काल
07:30 To 09:00 P.M - राहु काल 
09:00To10:30 P.M- सूर्य काल
10:30 To 12:00 P.M -  मंगल काल
12:00 To 01:30 A.M - वृहस्पति
01:30 To 03:00 A.M -  बुुध काल
03:00To 04:30 A.M - शुक्र काल
04:30 To 06:00 A.M -  शनि काल

For Friday :

06 To 07:30 A.M - शुक्र काल
07:30 To 09:00 A.M - शनि काल
09:00To10:30A.M- चन्द्र काल
10:30 To 12:00 P.M -  राहु काल 
12:00 To 01:30 P.M - सूर्य काल
01:30 To 03:00 P.M -  मंगल काल
03:00To 04:30 P.M - वृहस्पति
04:30 To 06:00 P.M -  बुुध काल

06 To 07:30 P.M - सूर्य काल
07:30 To 09:00 P.M - मंगल काल
09:00To10:30 P.M- वृहस्पति
10:30 To 12:00 P.M -  बुुध काल
12:00 To 01:30 A.M - शुक्र काल
01:30 To 03:00 A.M -  शनि काल
03:00To 04:30 A.M - चन्द्र काल
04:30 To 06:00 A.M -  राहु काल 

For Saturday :

06 To 07:30 A.M - शनि काल
07:30 To 09:00 A.M - चन्द्र काल
09:00To10:30A.M- राहु काल 
10:30 To 12:00 P.M -  सूर्य काल
12:00 To 01:30 P.M - मंगल काल
01:30 To 03:00 P.M -  वृहस्पति
03:00To 04:30 P.M - बुुध काल
04:30 To 06:00 P.M -  शुक्र काल

06 To 07:30 P.M - मंगल काल
07:30 To 09:00 P.M - वृहस्पति
09:00To10:30 P.M- बुुध काल
10:30 To 12:00 P.M -  शुक्र काल
12:00 To 01:30 A.M - शनि काल
01:30 To 03:00 A.M -  चन्द्र काल
03:00To 04:30 A.M - राहु काल 
04:30 To 06:00 A.M -  सूर्य काल

अब यह जानकारी रखना भी ज़रूरी होगा कि द्वादश राशियां दिवा बली है या रात्रि बली।
मेष राशि -
वृष राशि -
मिथुन राशि - 
कर्क राशि -
सिंह राशि - 
कन्या राशि -